रोजाना मछली खाने से शरीर पर क्या असर होगा /Rojaana Machhalee Khaane Se Shareer Par Kya Asar Hoga

Rojaana Machhalee Khaane Se Shareer Par Kya Asar Hoga :- सबसे हेल्दी नॉनवेज फूड को दुनिया के सबसे हेल्दी नॉनवेज फूड्स में से एक है. यह काफी सारे पोषक तत्वों से भरपूर होती है जिससे कई हेल्थ बेनिफिट्स होते हैं.

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  • पोषक तत्वों से भरपूर

मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड, विटामिन डी, विटामिन बी2, कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन, जिंक, मैग्नीशियम और पौटेशियम समेत कई मिनरल्स और विटामिन पाए जाते हैं.
कई लोग लंबे समय बाद मछली का सेवन करते हैं तो कुछ लोग रोजाना किसी न किसी रूप में मछली का सेवन करते हैं.

अब इतनी सेहतमंद मछली को अगर कोई रोज खाएगा तो उसके शरीर में क्या बदलाव दिखेंगे, इस बारे में जानना भी बहुत जरूरी है. तो आइए जानते हैं रोजाना मछली खाने से क्या फायदे होते हैं.

  • हार्ट के लिए काफी अच्छा

न्यूट्रिशनिस्ट सोनिया बख्शी के मुताबिक, मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड काफी अच्छी मात्रा में होता है. ये फैटी एसिड हार्ट के लिए काफी अच्छा होता है. यह खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) को कम करके और रक्त वाहिकाओं के काम में सुधार करता है.
हमारा शरीर ओमेगा-3 फैटी एसिड नहीं बनाता इसलिए इसे फूड से लेते हैं और मछली इसका सबसे अच्छा सोर्स है. ओमेगा-3 फैटी एसिड हर प्रकार की मछली में पाया जाता है, लेकिन फैट वाली मछली में अधिक होता है.

  • दिमाग के लिए फायदेमंद

दो ओमेगा-3 फैटी एसिड ईपीए (ईकोसापेंटेनोइक एसिड) और डीएचए (डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड) मछली में पाए जाते हैं इसलिए यह दिमाग के लिए भी काम करता है.

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  • हड्डी मजबूत बनाए

मछली में विटामिन डी अच्छी मात्रा में होता है जो कैल्शियम अवशोषण और हड्डियों की सेहत के लिए काफी अच्छा होता है.

  • प्रोटीन का सोर्स

मछली में लीन प्रोटीन पाया जाता है जो टिश्यूज और मसल्स को रिपेयर करता है जो वेट लॉस और मसल्स गेन में मदद कर सकता है.

  • इम्यूनिटी बढ़ाए

मछली में विटामिन बी होता है जो मेटाबॉलिक एनर्जी और नर्क्स सिस्टम को प्रमोट करता है. इसके अलावा कुछ मछलियों में सेलेनियम भी होता है जो इम्यूनिटी को बढ़ा सकती हैं.

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  • मर्क्युरी (पारा) वाली मछली से बचें

एक्सपर्ट्स का कहना है कि कुछ प्रकार की मछलियों जैसे किंग मैकेरल, स्वोर्डफिश और टाइलफिश में पारा अधिक होता है. अगर ऐसी मछलियों का अधिक सेवन किया जाए तो वे नर्वस सिस्टम, कॉग्नेटिव हेल्थ में समस्याएं पैदा कर सकती हैं. इसलिए ऐसी मछली खाने से बचें.

मछली में आमतौर पर फैट और कैलोरीज कम होती हैं लेकिन कुछ मछलियों में फैट अधिक होता है. इसलिए कैलोरी का ध्यान रखकर सेवन करें. कुछ लोगों को मछली से एलर्जी हो सकती है. अगर मछली खाने के बाद स्किन पर कोई एलर्जी दिखे तो वह मछली के कारण हो सकते हैं.

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  • मछली की कितना मात्रा सही?

न्यूट्रिशनिस्ट सोनिया बख्शी के मुताबिक, 226 ग्राम से 340 ग्राम तक मछली का सेवन हर हफ्ते किया जा सकता है. कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को रोजाना मछली खाने से बचना चाहिए.

अगर आप रोजाना मछली खाना शुरू कर रहे हैं तो पहले उसकी एलर्जी, साइड इफेक्ट से बचने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें.

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