Bitcoin: हाल ही में Benchmark Company के एनालिस्ट, Mark Plamer ने पूर्वानुमान दिया था कि बिटकॉइन का प्राइस अगले वर्ष के अंत तक 1,50,000 डॉलर तक जा सकता है
खास बातें
खास बातें: Bitcoin की बड़ी कामयाबी
- बिटकॉइन का प्राइस लगभग 63,582 डॉलर का है
- पिछले महीने बिटकॉइन का चौथा हाविंग इवेंट हुआ था
- इसकी कुल सप्लाई 21 करोड़ टोकन्स पर सीमित की गई
- पहले बिटकॉइनबक को 3 जनवरी, 2009 को माईन किया गया था।
मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin ने अपनी एक अरब ट्रांजैक्शंस पूरी कर ली हैं। इस एसेट को 2009 में क्रिएट किया गया था। CoinMarketCap जैसे इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर बिटकॉइन का प्राइस लगभग 63,582 डॉलर का है। बिटकॉइन का हाई प्राइस लगभग 73,790 डॉलर का है।
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बिटकॉइन ने 5 मई को ब्लॉक नंबर 8,42,241 पर एक अरब ट्रांजैक्शंस को पूरा किया था। Clark Moody के बिटकॉइन डेशबोर्ड के अनुसार, 7 मई को बिटकॉइन की कुल ट्रांजैक्शंस 1,000,701,505 थी। पहले बिटकॉइन ब्लॉक को 3 जनवरी, 2009 को माइन किया गया था। इसकी 5,603 दिन की मौजूदगी में बिटकॉइन नेटवर्क ने प्रति दिन औसत 1,78,475 ट्रांजैक्शंस को प्रोसेस किया है। इसमें लाइटनिंग नेटवर्क के जरिए प्रोसेस की गई ट्रांजैक्शंस शामिल नहीं है। लाइटनिंग नेटवर्क लेयर 2 बिटकॉइन प्रोटोकॉल है जो तेजी से ट्रांजैक्शंस को प्रोसेस करता है।
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पिछले महीने बिटकॉइन का चौथा हाविंग इवेंट हुआ था। इसके कुछ दिन बाद इसने एक दिन में 9,26,000 की सबसे अधिक ट्रांजैक्शंस दर्ज की थी। बिटकॉइन के क्रिएटर को Satoshi Nakamoto कहा जाता है। Satoshi ने 31 अक्टूबर, 2008 को पहला बिटकॉइन व्हाइटपेपर पब्लिश किया था और तब बिटकॉइन का प्राइस 0.0008 डॉलर का था। बिटकॉइन की मौजूदा मार्केट वैल्यू लगभग 1.25 लाख करोड़ डॉलर की है। इसकी कुल सप्लाई 21 करोड़ टोकन्स पर सीमित की गई है। इसमें से लगभग 19,695,050 टोकन्स सर्कुलेशन में हैं।
Bitcoin
हाल ही में Benchmark Company के एनालिस्ट, Mark Plamer ने पूर्वानुमान दिया था कि बिटकॉइन का प्राइस अगले वर्ष के अंत तक 1,50,000 डॉलर तक जा सकता है। बहुत से देशों में क्रिप्टों सेगमेंट को रेगुलेट करने के उपाय किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में ब्रिटेन ने क्रिप्टो सेगमेंट का रेगुलेटेड मार्केट के साथ विलय करने का फैसला किया है। हालांकि, भारत में इस सेगमेंट को लेकर केंद्र सरकार का सख्त रवैया बरकरार है। वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने कहा है कि देश में क्रिप्टोकरेंसीज को करेंसी’ के तौर पर माना या देखा नहीं जाता। क्रिप्टो मार्केट में आई तेजी के बाद इस सेक्टर को लेकर सरकार के रवैये में बदलाव के प्रश्न पर, सीतारमण का कहना था, “सरकार का हमेशा से यह मानना रहा है कि क्रिप्टो को लेकर बनाए गए एसेट्स का ट्रेडिंग और कई अन्य चीजों के लिए एसेट्स के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। हमने इन्हें रेगुलेट नहीं किया है। ये करेंसीज नहीं हो सकते और यह केंद्र सरकार की पोजिशन है।” अमेरिका में बिटकॉइन स्पॉट ETF की सिक्योरिटीज रेगुलेटर की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद क्रिप्टो मार्केट में काफी तेजी आई थी।