क्रीप्टोमुद्रा: आजकल क्रिप्टोकरंसी में निवेश के नाम पर खूब ठगी हो रही है। ऐसा ही गाजियाबाद के एक शख्स के साथ हुआ। उसे निवेश के बाद मिलने वाले तगड़े रिटर्न के सपने दिखा कर 43 लाख रुपये ठग लिए गए।
क्रीप्टोमुद्रा
- क्रिप्टोकरंसी में निवेश कर 5 गुना तक कमाई का झांसा देकर एक व्यक्ति से 43 लाख रुपये ठग लिए गए
- इस मामले में बृज विहार के रहने वाले सुबोध त्यागी ने साइबर थाने में शिकायत दी ते
- एडीसीधी काइम ने बताया कि केस दर्ज कर बदमाशों की तलाश की जा रही है
- गॉलेट में दिख रहे 2.24 लाख डॉलर निकले मोखा, शिष्प्टोकरंसी में निवेश के नाम पर लुटाए 43 लाख रुपये
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क्रीप्टोमुद्रा
क्रीप्टोमुद्रा;अंकित तिवारी, गाजियाबादः क्रिप्टोकरंसी में निवेश कर 5 गुना तक कमाई करने का झांसा देकर एक व्यक्ति से 43 लाख रुपये ठग लिए गए। इस मामले में बृज विहार के रहने वाले सुबोध त्यागी ने साइबर थाने में शिकायत दी है। एडीसीपी क्राइम ने बताया कि केस दर्ज कर बदमाशों की तलाश की जा रही है। जिन खातों में रुपये भेजे गए उसके बारे में डिटेल निकाली जा रही है। पीड़ित ने 17 यूपीआई आईडी पर रुपये भेजे हैं। सभी आईडी के बारे में पता किया जा रहा है
पीड़ित ने बताया कि मार्च के महीने में वह एक ग्रुप में जुड़े थे। जिसमें 10 से कम लोग थे। इसमें लोगों को क्रिप्टोकरंसी में निवेश के बारे में बताया जा रहा था। कुछ में लोगों ने उन्हें होने वाले फायदे की स्क्रीनशॉट डालने शुरू किए। हर दिन कई पोस्ट रुपये कमाने के संबंध में होती थी। करीब एक महीने तक ग्रुप को देखने के बाद उन्होंने अप्रैल के महीने में 10 हजार रुपये से शुरुआत की। जिसके बाद उनके वॉलेट में 120 यूएस डॉलर दिखने लगा। अब उन्हें आगे भी निवेश के लिए एक नए ग्रुप में जोड़ा गया। निवेश के बारे में एक टेलीग्राम ग्रुप में जानकारी दी जाती थी। इस ग्रुप में भी भी सिर्फ 5 लोग ही थे।
130 बार में दिए 43 लाख रुपए (क्रीप्टोमुद्रा)
पीड़ित के अनुसार नए ग्रुप में जुड़ने बाद लोग बड़े-बड़े फायदे दिखा रहे थे। साथ ही निवेश करवाने वालों की तरफ से बताया गया कि जो प्रॉफिट होगा उसका 20 फीसदी तुरंत ही देना होगा। जिसके बाद सुबोध ने 130 बार मे 43 लाख 40 हज़ार 260 रुपये दे दिए। इस दौरान उनके वॉलेट में करीब 2 लाख 24 हज़ार यूएस डॉलर से अधिक दिखा रहा था। जिस हिसाब से उन्हें 1 करोड़ 79 लाख रुपये से अधिक मिलने थे। इसी के चक्कर मे वह रुपये देते गए। जब उन्होंने अपने रुपये वापस मांगे तो और रुपये की डिमांड की गई। ठगी का अहसास होने पर उन्होंने पुलिस से शिकायत की।